Nitya karmskand pooja path-sharsvati vandna नित्य कर्मकांड पूजा पाठ शास्त्रीय विधान॥ सरस्वती वन्दना॥

माँ सरस्वती वाणी की देवी हैं। कर्मकाण्ड में वाणी का प्रयोग करना पड़ता है। यदि वाणी सुसंस्कृत न हुई, तो उसमें प्रभाव पैदा नहीं होगा, बोले गए मन्त्र शब्दमात्र न रह जाएँ, मन्त्र बनें, कहे हुए शब्दों में अन्तःकरण को प्रभावित करने योग्य प्राण पैदा हो, इस कामना- भावना के साथ माँ सरस्वती की भाव- … Read more

नित्य कर्मकांड पूजा पाठ शास्त्रीय विधान॥ गुरु वन्दना॥

गुरु व्यक्ति तक सीमित नहीं, वह एक दिव्य चेतन प्रवाह ईश्वर का ही एक अंश होता है। परीक्षा लेकर पास फेल करने वाले तथा पास में बिठाकर पढ़ाने वाले दोनों ही शिक्षक कहे जाते हैं। चेतना का एक अंश जो अनुशासन व्यवस्था बनाता, उसका फल देता है- वह ईश्वर है, दूसरा अंश जो अनुशासन मर्यादा … Read more